चना खाने के फायदे – सेहत और ताकत का खज़ाना
आजकल हेल्दी डाइट और नेचुरल फूड्स की बात होती है तो उसमें चना (Chana) का नाम ज़रूर आता है। चना हमारे भारत में बहुत पुराना और सस्ता सुपरफूड माना जाता है। इसे कई नामों से जाना जाता है – काला चना, सफेद चना या भुना चना। चना न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि इसमें पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे कि चना खाने से शरीर को क्या फायदे मिलते हैं, इसे खाने का सही समय क्या है और क्यों इसे रोज़ाना की डाइट में शामिल करना चाहिए।
चना में पाए जाने वाले पोषक तत्व
चना छोटे आकार का होते हुए भी पोषण का भंडार है। इसमें मुख्य रूप से ये पोषक तत्व पाए जाते हैं:
🌿 प्रोटीन
🌿 आयरन
🌿 कैल्शियम
🌿 मैग्नीशियम
🌿 पोटैशियम
🌿 फाइबर
🌿 विटामिन A, B6, C और K
इसी वजह से इसे गरीबों का मीट भी कहा जाता है क्योंकि इसमें प्रोटीन बहुत अधिक मात्रा में होता है।
चना खाने के मुख्य फायदे
🌿 शरीर को ताकत और ऊर्जा देता है – चना खाने से शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट धीरे-धीरे पचते हैं जिससे लंबे समय तक ताकत बनी रहती है। यही कारण है कि खिलाड़ी और जिम जाने वाले लोग भीगी हुई चना ज़रूर खाते हैं।
🌿 वजन घटाने में मददगार – जिन लोगों का वजन ज़्यादा है उनके लिए चना बहुत फायदेमंद है। इसमें मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और कैलोरी कम खाई जाती है।
🌿 खून की कमी दूर करता है – चना में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है। अगर किसी को एनीमिया की समस्या है तो उन्हें रोज़ाना भीगे हुए चने खाने चाहिए।
🌿 डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी – चना लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड है। इसका मतलब यह है कि इसे खाने से ब्लड शुगर अचानक नहीं बढ़ता। इसलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए यह बहुत अच्छा विकल्प है।
🌿 पाचन शक्ति को मजबूत करता है – चना में मौजूद फाइबर पेट साफ रखने में मदद करता है। यह कब्ज जैसी समस्या से राहत देता है और पाचन तंत्र को हेल्दी रखता है।
🌿 हड्डियों और दाँतों को मजबूत बनाता है – कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर चना हड्डियों और दाँतों को मजबूत बनाता है। बढ़ते बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए यह बेहद फायदेमंद है।
🌿 दिल की बीमारियों से बचाव – चना खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम होता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है। इससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
🌿 स्किन और बालों के लिए फायदेमंद – चना में प्रोटीन और जिंक की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो बालों की जड़ों को मजबूत बनाती है और स्किन पर नेचुरल ग्लो लाती है।
🌿 इम्यूनिटी बढ़ाता है – भीगे हुए चने का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़ती है और मौसमी बीमारियों से बचाव होता है।
चना खाने का सही तरीका
🌿 भिगोकर खाना – रात भर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट काला चना खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है।
🌿 अंकुरित चना – अंकुरित चना प्रोटीन और विटामिन से भरपूर होता है, इसे सलाद या नाश्ते में लिया जा सकता है।
🌿 भुना चना – भूना चना एक हेल्दी स्नैक है। यह आसानी से पच जाता है और वजन कंट्रोल करने में मदद करता है।
🌿 चना का सूप या सब्जी – चना की सब्जी या सूप भी स्वाद और सेहत का अच्छा मेल है।
किन लोगों को सावधानी रखनी चाहिए?
🌿 गैस या पेट फूलने की समस्या वाले लोग – उन्हें चना सीमित मात्रा में खाना चाहिए।
🌿 रात में चना खाने से बचें – क्योंकि यह भारी हो सकता है।
🌿 छोटे बच्चे – कम मात्रा में और अच्छी तरह चबा कर खिलाएँ।
⭐ चना कब खाना चाहिए?
🌿 सुबह खाली पेट – सबसे अच्छा समय है सुबह खाली पेट भीगा हुआ काला चना खाना। इससे दिनभर एनर्जी बनी रहती है और पाचन भी अच्छा होता है।
🌿 नाश्ते (Breakfast) में – अंकुरित या भुना चना नाश्ते में लेने से यह हल्का और हेल्दी ऑप्शन बन जाता है।
🌿 वर्कआउट से पहले – जिम या एक्सरसाइज करने वाले लोग वर्कआउट से आधा घंटा पहले भीगा हुआ चना खाएँ, इससे तुरंत एनर्जी मिलती है।
🌿 शाम को स्नैक्स के रूप में – भूना हुआ चना शाम की चाय के साथ हेल्दी स्नैक की तरह खाया जा सकता है।
⭐ चना कैसे खाना चाहिए?
🌿 भीगा हुआ चना – रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाएँ। इसमें मौजूद पोषक तत्व अच्छे से शरीर में अवशोषित होते हैं।
🌿 अंकुरित चना (Sprouts) – अंकुरित चना विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होता है। इसे सलाद, नींबू और प्याज के साथ स्वादिष्ट बनाया जा सकता है।
🌿 भुना हुआ चना – हल्के स्नैक के लिए बेस्ट। यह जल्दी पच जाता है और वजन घटाने में मदद करता है।
🌿 चना की सब्जी या सूप – प्रोटीन और स्वाद दोनों के लिए बढ़िया विकल्प। इसे दिन के भोजन (Lunch/Dinner) में शामिल किया जा सकता है।
चना से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
सवाल | उत्तर |
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चना खाने से कितनी मात्रा में फायदा होता है? | रोज़ाना 30-50 ग्राम भीगे हुए या अंकुरित चने खाने से शरीर को पर्याप्त पोषण और ऊर्जा मिलती है। |
काला चना और सफेद चना में क्या फर्क है? | काला चना प्रोटीन और फाइबर में अधिक होता है और इसे वजन घटाने और एनर्जी बढ़ाने के लिए ज्यादा पसंद किया जाता है। |
क्या चना डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं? | हाँ, चना लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड है, इसलिए डायबिटीज के मरीज इसे सुरक्षित मात्रा में खा सकते हैं। |
चना कब खाना सबसे फायदेमंद है? | सुबह खाली पेट भीगा हुआ चना सबसे अच्छा माना जाता है। इसके अलावा नाश्ते या वर्कआउट से पहले भी इसका सेवन किया जा सकता है। |
क्या बच्चों को भी चना दिया जा सकता है? | हाँ, छोटे बच्चों को कम मात्रा में और अच्छी तरह चबा कर देना चाहिए। |
भिगोया हुआ चना और अंकुरित चना – कौन बेहतर है? | दोनों ही फायदे हैं। भीगा हुआ चना जल्दी पचता है और एनर्जी देता है, जबकि अंकुरित चना विटामिन्स और मिनरल्स में अधिक समृद्ध होता है। |
भुना चना खाने के क्या फायदे हैं? | भुना चना हल्का स्नैक है, पाचन में आसान है और वजन कंट्रोल में मदद करता है। |
चना खाने से पेट फूलता है तो क्या करें? | यदि गैस या पेट फूलने की समस्या है तो चना सीमित मात्रा में खाएँ और अच्छी तरह से भिगोकर खाएँ। |
क्या रात में चना खाना ठीक है? | रात में चना खाने से बचें क्योंकि यह भारी हो सकता है और पाचन पर असर डाल सकता है। |
चना खाने से कौन-कौन सी बीमारियों में फायदा होता है? | चना हड्डियों और दाँतों को मजबूत करता है, खून की कमी दूर करता है, वजन घटाने में मदद करता है, दिल की बीमारियों से बचाव करता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है। |
1 Comments
Thank you for your information
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